Thursday 7 September 2017

वीडियो कैमरा – ज़ूम (Zoom)

प्रभावी ज़ूमिंग की टिप्स और वही प्रभाव पाने के वैकल्पिक तरीके

ज़ूम एक ऐसा फ़ंक्शन होता है जो आपके विषय (Object) को आपके करीब, या दूर करता है, । इसका प्रभाव (Effect) बिलकुल वैसा ही है जैसे कैमरे को करीब या अधिक दूर ले जाते समय होता है. दो सबसे आम ज़ूम मैकेनिज्म (Mechanism) नीचे दिए गए हैं:

1. मैनुअल ज़ूम रिंग (Manual Zoom Ring) - यह ज़ूम रिंग वीडियो कैमरा के लेंस हाउसिंग पर होती है जिसे मैन्युअल रूप से घुमाया जाता है, विशेष रूप से बाएं अंगूठे (Thumb) और तर्जनी उंगली (Index Finger) द्वारा।

फायदे: गति (आप सुपर-फास्ट ज़ूम कर सकते हैं); इसमें पॉवर की आवश्यकता नहीं है (इससे कैमरे की बैटरी की बचत होती है)
नुकसान: नियंत्रण करना थोडा कठिन होता है; स्मूथ ज़ूम करना थोडा मुश्किल होता है.

2. सर्वो ज़ूम लीवर (Servo Zoom Lever) - यह एक लीवर है जो लेंस हाउसिंग पर लगा होता है. जब आप अपने दाहिने हाथ को पकड़ के बेल्ट में स्लाइड करते हैं, तो सर्वो ज़ूम को आप अपनी पहली दो उंगलियों से चला सकते हैं. लीवर के सामने के हिस्से को दबाकर ज़ूम इन करें, पीछे के हिस्से को दबाकर ज़ूम आउट करें। सस्ते कैमरे में आमतौर पर एक ज़ूम गति होती है, जबकि एक अच्छे कैमरे में सर्वो ज़ूम में गति बदली जा सकती है. लीवर को T (टेली) और W (वाइड) भी बोल सकते हैं. 
फायदे: अधिकांश स्थितियों में उपयोग करने में आसान; स्मूथ ज़ूम करने में आसन होता है. 
नुकसान: बैटरी पावर का उपयोग करता है; निश्चित गति तक सीमित हो सकता है.


चित्र क्रमांक - 11(a)

ज़ूम लेंस की एक महत्वपूर्ण विशेषता है जिससे आपको अवगत होना चाहिए: जितना जायदा आप ज़ूम-इन करते हैं उतना ही अधिक कठिन फ्रेम को स्थिर करना हो जाता है, इसलिए जायदा अधिक ज़ूम इन करते समय ट्राईपोड का उपयोग करना चाहिए. यदि आपको अपना शॉट स्थिर रखने में परेशानी हो रही है, तो अपने आप को विषय के करीब ले जाएँ और फिर ज़ूम आउट करें. इस तरह आपको वही फ्रेम मिलेगा पर उससे जायदा स्थिर होगा.

ज़ूम एक ऐसा फंक्शन है जिसे हर कोई उपयोग करता है और आप इसके साथ बहुत कुछ कर सकते हैं, यही कारण है कि प्रोडक्शन के दौरान इसका बहुत अधिक उपयोग किया जाता है पर ज़ूम का उपयोग करने पर हम जो सबसे आम सलाह देते हैं, वह यह है कि इसका उपयोग कम से कम करें.
यह वीडियो कैमरा का बहुत अच्छा फंक्शन है, लेकिन जब आपके अधिकतर शॉट्स में ज़ूमिंग इन और जूमिंग आउट होगा, तो आपके दर्शकों को मतभेद महसूस होगा.

एक नियम के अनुसार, जूम का उपयोग तब तक ना करें जब तक कि इसके लिए कोई कारण नहीं है। यदि आप एक ही शॉट में पुरे दृश्य का विवरण साथ ही कुछ क्लोज-अप विवरण भी दिखाना चाहते हैं, तो आपको ज़ूम इन करने की आवश्यकता नहीं है। इसके बजाय, एक वाइड शॉट शूट करें, रिकॉर्डिंग बंद करें, क्लोज अप में ज़ूम करें, फिर से रिकॉर्डिंग शुरू करें । फिर इन दोनों शॉट को जोड़ के देखें, नतीजा यह भी वही शॉट होता है पर इसमें लगता है अधिक सफाई और जल्दी से दूसरे में कट जाता है, ज़ूम के रूप में यह भी वही जानकारी को चित्रित करता है, लेकिन अधिक कुशलता से.

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